झारखण्ड के प्रमुख पिकनिक स्पॉट




                    झारखण्ड का शाब्दिक अर्थ होता हैं वन प्रदेश। अर्थात वनों की भूमि। झारखण्ड एक वन संपन्न और पहाड़ों से सुशज्जित प्रदेश हैं जहां अनेक प्रकार के वन, नदियाँ, जलप्रपात, पर्वत और अनेक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मौजूद हैं। प्राकृतिक सौन्दर्य से सम्पन्न होने के कारण यहाँ अनेकों प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट भी मौजूद हैं जो यहाँ के लोगों के लिए घुमनें तथा अपना वक्त बिताने के लिए अच्छा स्थान हैं। 


 झारखण्ड में प्रमुख पिकनिक स्पॉट कौन - कौन से हैं ?

        झारखण्ड एक प्राकृतिक प्रदेश हैं जिसके कारण यहाँ अनेकों छोटे तथा बड़े पिकनिक स्पॉट मौजूद हैं। यहाँ प्रमुख पिकनिक स्पॉट का विस्तार से चर्चा किया गया हैं जहाँ लोग घुमनें जा सकते हैं। 


राँची जिलें में प्रमुख पिकनिक स्पॉट कौन से हैं ? 

        राँची को झरनों का शहर कहा जाता हैं क्योंकि यहाँ बहुत सारे झरनें मौजूद हैं। सभी झरनें प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट के रूप में जाने जाते हैं इनमे से प्रमुख प्रसिद्ध स्थल नीचे दिए गए हैं जहा लोग अपनी छुट्टियों का आनंद उठा सकते हैं। 

1. हुंडरू फॉल :-

  • यह रांची शहर से 45 किलो मीटर दूर स्वर्ण रेखा नदी के तट पर स्थित एक जलप्रपात हैं। 
  • यह झारखण्ड के सबसे ऊँचे जलप्रपात के रूप में जाना जाता हैं। इसकी ऊँचाई लगभग 74 मीटर के करीब हैं। 
  • इसके साथ - साथ आप कुछ दुरी पर स्थित गेतलसूद डैम का भी नजारा देख सकते हो। जो हुंडरू फॉल से कुछ किलो मीटर पहले स्थित हैं। 
  • एक अच्छा पर्यटन स्थल होने के कारण यहाँ वर्ष भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता हैं। 


2. दशम फॉल :-

  • दशम फॉल भी रांची जिले में ही स्थित हैं। यह रांची शहर से लगभग 43 किलो मीटर दूर रांची - टाटा मार्ग में स्थित हैं। 
  • यह जलप्रपात कांची नदी पर स्थित हैं जो कि स्वर्ण रेखा नदी की एक सहायक नदी हैं।  
  • एक अच्छा पर्यटन स्थल होने के कारण यहाँ वर्ष भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता हैं। 
  • झारखण्ड के ज्यादातर नदियाँ बरसाती नदियाँ होने के कारण यहाँ के जलप्रपातों के पानी का स्तर गर्मी के समय काफी कम हो जाता हैं परन्तु नए वर्ष के समय में या बसंत ऋतु के समय इस जगह बड़ी संख्या में पर्यटको का आना जाना लगा रहता हैं। 


3. कांके डैम :-

  • रांची जिले में सबसे अच्छे पिकनिक स्पॉट में से एक है कांके डैम। 
  • यह रांची शहर से लगभग 13 किलो मीटर दूर स्थित हैं। 
  • रांची शहर के काफी करीब होने के कारण यहां वर्ष भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता हैं। 
  • कांके डैम के पास ही रांची का रॉक गार्डन भी मौजूद हैं जो पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनता हैं। 
  • यहाँ एक पुरे पहाड़ को ही गार्डन का रूप दे दिया गया हैं इस गार्डन से पुरे कांके डैम का दृश्य आसानी से देखा जा सकता हैं। 


गुमला जिलें में प्रमुख पिकनिक स्पॉट कौन से हैं ? 

1. नागफेनी फॉल :-



  • यह गुमला जिले से 18 किलो मीटर दूर गुमला - रांची मार्ग पर स्थित हैं। 
  • यह पर्यटन स्थल नागफेनी नामक स्थान पर स्थित हैं इस कारण यहाँ पर मौजूद जलप्रपात का नाम नागफेनी जलप्रपात रखा गया हैं। 
  • नागफेनी वाटर फॉल दक्षिणी कोयल नदी पर स्थित हैं अतः गर्मी के मौसम में पानी का स्तर काफी कम होता हैं इसके आस - पास का हरा भरा दृश्य पर्यटको के आकर्षण का केंद्र बनता हैं जिसके कारण दूर - दूर से लोग यहाँ घूमने के लिए आते हैं। 


2. आँजन ग्राम मंदिर :-



  • आँजन ग्राम हनुमान मंदिर एक बहुत अच्छा धार्मिक स्थल के साथ - साथ एक अच्छा पिकनिक स्पॉट भी हैं। 
  • यह गुमला से लगभग 18 किलो मीटर दूर आँजन गांव में स्थित हैं। 
  • मान्यता यह है कि भगवान हनुमान का जन्म इसी स्थान पर हुआ था। 
  • आँजन ग्राम का हनुमान मंदिर पहाड़ो के बीच एक गुफा में स्थित हैं जहां तक पहुंचना ही अपने आप में एक रोमांच की बात हैं। 
  • घने वन और पर्वत होने के कारण यह स्थान पर्यटन के दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हो जाता हैं। इस स्थान पर वर्ष भर लोगों का आना जाना लगा रहता हैं। 


सिमडेगा जिलें में प्रमुख पिकनिक स्पॉट कौन से हैं ? 

1. केलाघाघ :-



  • यह सिमडेगा जिले में स्थित बहुत ही सुन्दर पर्यटन स्थल हैं। 
  • केलाघाघ डैम सिमडेगा शहर से काफी नजदीक में स्थित हैं इसकी दूरी सिमडेगा के बस स्टैंड से लगभग 4 किलो मीटर हैं। 
  • केलाघाघ डैम के आस पास का प्राकृतिक नजारा लोगों को बेहद पसंद आता हैं इस कारण वर्ष भर लोग यहाँ घूमने के लिए दूर - दूर से आते हैं। 
  • केलाघाघ डैम का निर्माण दो पहाड़ो को जोड़ कर किया गया हैं जो देखने में बेहद ही आकर्षक लगता हैं। 


2. रामरेखा धाम :-



  • झारखण्ड का प्रसिद्ध रामरेखा धाम भी सिमडेगा जिले में ही स्थित हैं इसकी दूरी सिमडेगा के बस स्टैंड से लगभग 26 किलो मीटर हैं।  
  • यहाँ भगवान राम का मंदिर स्थित हैं जो कि एक पहाड़ की गुफाओं में मौजूद हैं। 
  • मान्यता यह हैं कि भगवान राम ने अपने 14 वर्षो के वनवास के दौरान यहाँ कुछ समय बिताया था। 
  • यह धाम पहाड़ पर्वतों के बीच स्थित होने के कारण इसकी प्राकृतिक सुंदरता काफी बढ़ जाती हैं और दूर - दूर से लोग यहाँ भगवान राम के दर्शन करने तथा प्रकृति की सुंदरता का आनंद उठाने आते हैं। 
  • यहाँ रामनवमीं के दिन बड़े मेलें का आयोजन किया जाता हैं जहां हजारों और लाखों की संख्या में लोग घूमने तथा भगवान के दर्शन करने के लिए दूर - दूर से आते हैं। 


लातेहार जिलें में प्रमुख पिकनिक स्पॉट कौन से हैं ? 

1. नेतरहाट :- 



  • यदि आपको झारखण्ड में रह कर शिमला की वादियों और मौसम के मजे लेने हैं तो आपके के लिए नेतरहाट सबसे अच्छा जगह हैं। 
  • नेतरहाट झारखण्ड के सबसे ठंडे स्थान में से एक हैं जहां का मौसम शिमला की याद दिलाता हैं इस कारण नेतरहाट को झारखण्ड का शिमला भी कहा जाता हैं। 
  • यह लातेहार जिले में स्थित हैं और घने वनों तथा पेड़ पौधों से घिरा हैं। 
  • नेतरहाट झारखण्ड और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर में स्थित हैं यह लातेहार शहर से लगभग 136 किलो मीटर दूर स्थित हैं तथा लोहरदगा जिले से 82 किलो मीटर दूर स्थित हैं। 
  • यह क्षेत्र घने वनों के बीच स्थित हैं इस कारण यहाँ बहुत से झरने तथा बहुत से पिकनिक स्पॉट मौजूद हैं जो लोगो के आकर्षण का केंद्र बनते हैं। 
  • अगर आप नेतरहाट घूमने जाये तो सनराइज और सनसेट पॉइंट देखना न भूले क्योंकि यहाँ से सनराइज और सनसेट का नजारा काफी सुन्दर दिखाई देता हैं। 


दुमका जिलें में प्रमुख पिकनिक स्पॉट कौन से हैं ? 

1. मलूटी  :-



  • झारखण्ड के सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक हैं मलूटी गांव। 
  • यह झारखंड में मंदिरों के गांव के नाम से भी प्रसिद्ध हैं क्योंकि यहाँ पाल वंश के समय की अनेक मंदिर आज भी उपस्थित हैं। 
  • यह आज के समय में पर्यटन का मुख्य केंद्र हैं लोग दूर - दूर से यहाँ इन मंदिरों को देखने आते हैं। 
  • मलूटी ग्राम झारखण्ड और पश्चिम बंगाल की सीमा में स्थित हैं दुमका शहर से मलूटी गांव की दुरी लगभग 55 किलो मीटर हैं। 
  • यहाँ पाल वंशी शासकों द्वारा बनवाये गए छोटे - बड़े सभी प्रकार के मंदिर और उनके अवशेष मौजूद हैं। 
  • जिन लोगों को घने वन और पर्वतों के बीच घूमने की इच्छा नहीं हैं वे मलूटी गांव में आकर अपना समय बिता सकते हैं क्योंकि ये क्षेत्र घने वनों और पर्वतों की श्रेणी में नहीं आते हैं। 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ