झारखण्ड के जिलों की कौन सी विशेषताएं हैं ?
1. राँची जिला :-
- राँची जिला ,झारखण्ड राज्य की राजधानी हैं।
- यह दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में स्थित हैं और इस प्रमंडल का मुख्यालय भी हैं।
- राँची जिले का क्षेत्रफल लगभग 5097 वर्ग किलो मीटर हैं।
- यह झारखण्ड का तीसरा सबसे बड़ा जिला हैं।
- राँची जिले में बहुत प्रकार के खनिज पदार्थ पाए जाते हैं जैसे - बॉक्साइट ,सोना ,चूना पत्थर , एस्बेस्टर , थोरियम आदि।
- राँची के हटिया शहर में घरेलु उड़ान के लिए बिरसा मुंडा एयरपोर्ट स्थित हैं।
- प्रमुख नदियाँ - स्वर्ण रेखा नदी ,कोकरो नदी ,कांची नदी ,खरकई नदी आदि।
- प्रमुख जलप्रपात - हुंडरू ,दशम ,शेरका ,शुनुआ आदि।
- प्रमुख स्थल - कांके डैम , रॉक गार्डन , टैगोर हिल , पहाड़ी मंदिर , सूर्य मंदिर आदि।
- कुल अनुमंडल - राँची और बुंडू।
- कुल प्रखंड - 18
- विधानसभा क्षेत्र - राँची , तमाड़ , सिल्ली , हटिया , कांके , मांढर , खिजरी।
2. गुमला जिला :-
- गुमला जिला ,राँची जिले से ही अलग होकर एक नया जिला बना हैं।
- इस जिले की स्थापना 18 मई 1983 को हुआ हैं।
- यह दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में स्थित हैं जिसका मुख्यालय राँची हैं।
- गुमला जिला गौ पशुओं के मेले के लिए बहुत ही प्रसिद्ध था इस कारण इस जिले का नाम गुमला ( गौ मेला ) पड़ा।
- मुंडारी भाषा में गुमला का मतलब धान कूटना होता हैं।
- गुमला से राँची की दूरी लगभग 90 किलो मीटर हैं।
- गुमला जिले का क्षेत्रफल लगभग 5360 वर्ग किलो मीटर हैं।
- यह झारखण्ड का दूसरा सबसे बड़ा जिला हैं।
- झारखण्ड राज्य का सबसे बड़ा जिला हैं पश्चिमी सिंघभूम जिसका क्षेत्रफल 7186 वर्ग किलो मीटर हैं।
- प्रमुख खनिज - बॉक्साइट , लैटेराइट आदि।
- प्रमुख नदियाँ - दक्षिण कोयल नदी , शंख नदी।
- प्रमुख जलप्रपात - नागफेनी , घाघरी , प्रेमाघाघ आदि।
- प्रमुख स्थल - आंजन ग्राम , पालकोट अभ्यारण।
- कुल अनुमंडल - गुमला , चैनपुर , बसिया।
- कुल प्रखंड - 12
- विधानसभा क्षेत्र - गुमला , सिसई , बिसुनपुर।
3. पलामू जिला :-
- यह जिला ,पलामू प्रमंडल में स्थित हैं और इस प्रमंडल का मुख्यालय भी हैं।
- पलामू जिला वर्ष 1928 को जिले के रूप में स्थापित हुआ।
- पलामू जिले का क्षेत्रफल लगभग 4393 वर्ग किलो मीटर हैं।
- यह जिला झारखण्ड के उत्तर - पश्चिम में स्थित हैं और बिहार राज्य से सटा हुआ हैं।
- पलामू जिले से राँची की दूरी लगभग 180 किलो मीटर की हैं।
- प्रमुख खनिज - चूना पत्थर , डोलोमाइट आदि।
- प्रमुख नदियाँ - उत्तरी कोयल नदी , सोन नदी , औरंगा नदी।
- प्रमुख स्थल - लेस्लीगंज , पलामू का किला।
- कुल अनुमंडल - मेदिनीनगर , हुसैनाबाद , छतरपुर।
- कुल प्रखंड - 21
- विधानसभा क्षेत्र - पनकी , डाल्टनगंज , बिसरामपुर , चतरापुर , हुसैनाबाद
4. लातेहार जिला :-
- यह जिला ,पलामू प्रमंडल में स्थित हैं।
- लातेहार जिले का क्षेत्रफल लगभग 3600 वर्ग किलो मीटर हैं।
- यह जिला झारखण्ड के पश्चिम में स्थित हैं और छत्तीसगढ़ के साथ सीमा का निर्माण करती हैं।
- झारखण्ड का एक मात्र नेशनल पार्क बेतला नेशनल पार्क भी इसी जिले में मौजूद हैं जो बाघ के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध हैं।
- लातेहार जिले में महुआडाड़ नाम का एक अभ्यारण्य हैं जो भेड़ियों के लिए प्रसिद्ध हैं।
- लातेहार जिला से रांची की दूरी लगभग 110 किलो मीटर हैं।
- लातेहार में ही झारखण्ड का सबसे ठंडा स्थान नेतरहाट स्थित हैं जिसे झारखण्ड का शिमला भी कहा जाता हैं।
- प्रमुख खनिज - बॉक्साइट , लैटेराइट, चूना पत्थर।
- प्रमुख नदियाँ - उत्तरी कोयल नदी , दामोदर नदी।
- प्रमुख जलप्रपात - बूढ़ा घाघ , मिरचइया।
- प्रमुख स्थल - नेतरहाट , बेतला नेशनल पार्क , महुआडाड़ अभ्यारण्य।
- कुल अनुमंडल - लातेहार
- कुल प्रखंड - 9
- विधानसभा क्षेत्र - मनिका , लातेहार।
5. देवघर जिला :-
- यह जिला , संथाल परगना प्रमंडल में स्थित हैं।
- संथाल परगना प्रमंडल का मुख्यालय दुमका जिले में हैं।
- देवघर जिलें को झारखण्ड की सांस्कृतिक राजधानी भी कहा जाता हैं।
- देवों की भूमि होने के कारण इसका नाम देवघर पड़ा।
- शिव का प्रसिद्ध वैधनाथ मंदिर इसी जिले में स्थित हैं।
- देवघर में घरेलू उड़ानों के लिए एक एयरपोर्ट भी मौजूद हैं।
- देवघर से रांची के दूरी लगभग 250 किलो मीटर हैं।
- प्रमुख नदियाँ - अजय नदी , मयूराक्षी नदी।
- प्रमुख स्थल - वैधनाथ धाम।
- कुल अनुमंडल - देवघर , मधुपुर।
- कुल प्रखंड - 10
- विधानसभा क्षेत्र - देवघर , मधुपुर , सरथ।
6. दुमका जिला :-
- यह संथाल परगना प्रमंडल में स्थित हैं।
- इस जिलें का निर्माण वर्ष 1955 में हुआ हैं।
- यह जिला झारखण्ड राज्य की उप राजधानी हैं।
- इसका क्षेत्रफल लगभग 3761 वर्ग किलो मीटर हैं।
- दुमका जिलें में प्रसिद्ध मलूटी ग्राम स्थित हैं जो मंदिरों के गांव के नाम से राज्य में प्रसिद्ध हैं। इन मंदिरों का निर्माण पाल वंशी शासकों ने करवाया था।
- प्रमुख खनिज - कोयला।
- प्रमुख नदियाँ - मयूराक्षी नदी
- प्रमुख गर्म जलकुंड - तातलोई , तपातपानी , बारा झरना , भुमका।
- प्रमुख स्थल - मलूटी , बारा झरना , रानी बहल , झरिया पानी।
- कुल अनुमंडल - दुमका
- कुल प्रखंड - 10
- विधानसभा क्षेत्र - दुमका , जामा , सिकरी पारा , जारमुंडी।
7. पूर्वी सिंघभूम जिला :-
- इस जिलें का निर्माण 16 जनवरी 1990 को पश्चिमी सिंघभूम जिलें से अलग होकर हुआ हैं।
- यह जिला कोलहन प्रमंडल में स्थित हैं। जिसका मुख्यालय सरायकेला जिले में मौजूद हैं।
- पूर्वी सिंघभूम जिले में ही झारखण्ड का प्रसिद्ध शहर जमशेदपुर स्थित हैं जो झारखण्ड में उद्योग के लिए प्रसिद्ध हैं।
- इसी कारण पूर्वी सिंघभूम जिलें को झारखण्ड की औद्योगिक राजधानी भी कहा जाता हैं।
- जमशेदपुर का नाम जमशेद जी टाटा के नाम पर रखा गया हैं और जमशेदपुर नगर स्वर्ण रेखा और खरकई नदी के संगम तट पर स्थित हैं।
- झारखण्ड में सबसे छोटा राष्ट्रिय राजमार्ग NH - 6 भी पूर्वी सिंघभूम में स्थित हैं जिसके लम्बाई झारखण्ड राज्य में 22 किलो मीटर ही हैं।
- प्रमुख खनिज - लौह अयस्क , तांबा , यूरेनियम।
- प्रमुख नदियाँ - स्वर्ण रेखा नदी , खरकई नदी।
- प्रमुख स्थल - दालमा अभ्यारण्य।
- कुल अनुमंडल - घाटशिला , ढालभूमगढ़।
- कुल प्रखंड - 11
- विधानसभा क्षेत्र - पूर्वी जमशेदपुर , पश्चिमी जमशेदपुर , घाटशिला , पटका , जुगसलाई , बहरागोरा।
8. खूँटी जिला :-
- खूँटी जिले का निर्माण 12 सितम्बर 2007 को रांची जिले से अलग होकर हुआ।
- यह जिला एक आदिवासी बाहुल क्षेत्र हैं अतः राज्य में सबसे ज्यादा अनुसूचित जनजाति प्रतिशत इसी जिले में मौजूद हैं।
- खूँटी जिला एक लैंड लॉक्ड जिला हैं अर्थात इसकी सीमा न तो समुद्र को स्पर्श करती हैं और न ही किसी राज्य को।
- महान आदिवासी नेता भगवान बिरसा मुंडा का जन्म भी खूँटी के उलिहातू गांव में हुआ था।
- खूँटी से रांची की दूरी लगभग 40 किलो मीटर ही हैं।
- प्रमुख खनिज - बॉक्साइट , चूना पत्थर।
- प्रमुख नदियाँ - दक्षिणी कोयल नदी।
- प्रमुख जलप्रपात - पंचघाघ
- प्रमुख स्थल - बिरसा मृग विहार , पंचघाघ।
- कुल अनुमंडल - खूँटी।
- कुल प्रखंड - 6
- विधानसभा क्षेत्र - खूँटी , तोरपा।
9. रामगढ़ जिला :-
- यह झारखण्ड राज्य का सबसे छोटा जिला हैं।
- इस जिलें का क्षेत्रफल लगभग 1200 वर्ग किलो मीटर हैं।
- झारखण्ड का प्रसिद्ध रजरप्पा मंदिर रामगढ जिले में ही स्थित हैं।
- यह मंदिर दामोदर और भैरवी नदी के संगम तट पर स्थित हैं।
- रामगढ से रांची की दूरी लगभग 50 किलो मीटर हैं।
- प्रमुख खनिज - कोयला।
- प्रमुख नदियाँ - दामोदर , भैरवी नदी।
- प्रमुख जलप्रपात - रजरप्पा
- प्रमुख स्थल - रजरप्पा मंदिर।
- कुल अनुमंडल - रामगढ़
- कुल प्रखंड - 6
- विधानसभा क्षेत्र - रामगढ़ , मंडु।
10. हजारीबाग जिला :-
- यह झारखण्ड का एक खनिज संपन्न जिला हैं जहाँ कई प्रकार की खनिज पायी जाती हैं।
- हजारीबाग नाम, हजार बागों का क्षेत्र होने के कारण पड़ा हैं।
- झारखण्ड का सबसे गर्म जलकुंड ( सूरजकुंड ) भी हजारीबाग जिले में ही स्थित हैं। जिसका तापमान लगभग 88 डिग्री सेल्सियस तक होता हैं।
- रांची से हजारीबाग जिले के दूरी लगभग 96 किलो मीटर हैं।
- प्रसिद्ध ग्रैंड ट्रंक रोड भी हजारीबाग से हो कर गुजरता हैं जिसकी झारखण्ड में कुल लम्बाई 190 किलो मीटर हैं।
- प्रमुख खनिज - अभ्रक , कोयला।
- प्रमुख नदियाँ - दामोदर , बराकर नदी।
- प्रमुख गर्म जलकुंड - टाइगर , सूरजकुंड
- प्रमुख स्थल - सूरजकुंड , बड़कागांव।
- कुल अनुमंडल - हजारीबाग , बरही।
- कुल प्रखंड - 16
- विधानसभा क्षेत्र - बरही , हजारीबाग , बड़कागांव
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